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उदय केसरी, एडिटोरियल प्सल डेस्क के लिए
आप का यह प्रयास सराहनीय है।
ReplyDeleteअविनाश को लेकर ब्लॉग से लेकर मीडिया के गलियारे तक में चर्चाएं गरम हैं। कुछ मजे ले रहे हैं तो कुछ अविनाश के लिए चिंतित हैं। मै भी चिंतित हूं। चिंता अविनाश और उसके परिवार को लेकर है। चिंता उस मानसिकता को लेकर है कि एक लड़की आरोप लगाती है और हम यकीन कर लेते हैं। यकीन ही नहीं अविनाश को दोषी भी बना देते हैं। यदि अविनाश ने ऐसा कुछ किया है तो उसे सजा मिलनी चाहिए। लेकिन यह तकलीफदायक है कि एक आरोप को आधार बनाकर उसे न सिर्फ नौकरी से निकाल दिया जाता है बल्कि अपराधी की तरह सलूक भी किया जा रहा है। आरोपी लड़की को जो लोग जानते हैं, वे इस बात को अच्छी तरह जानते हैं कि इस लड़की का चरित्र कैसा है। यूनिवर्सिटी के छात्र के अलावा उसके शिक्षक भी आपको यह बता देंगे। इसके अलावा आरोप लगाने वाली लड़की अनुजा बिहार में जहां रही है उसके पड़ोसियों लेकर दिल्ली तक में इसके किस्से सुने जा सकते हैं। यकीन मानिए उसे जानने वाले उसे गालियों से विभूषित करते हैं । मर्यादा का ध्यान रखते हुए अनुजा के बारें में मैं कुछ नहीं कहूंगा लेकिन उसके चरित्र के बारें में भी लोगों को पता होना चाहिए। यकीन नहीं हो तो मेडिकल जांच करवा लेनी चाहिए उसकी। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
ReplyDeleteप्रशंसनीय कदम...
ReplyDeletebadhiya hai ...........
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