tag:blogger.com,1999:blog-7799486483298894700.post5866515565123967347..comments2023-06-22T20:40:29.192+07:00Comments on सीधी बात : डेयर टू से ट्रूथ: हम हिंदुस्तान वाले हैं, हिन्दी में बोलेंगेSidhibathttp://www.blogger.com/profile/12504678421126060533noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7799486483298894700.post-8740786592899363652008-09-13T00:58:00.000+07:002008-09-13T00:58:00.000+07:00भारत की राष्ट्रभाषा हिन्दी है, तो क्या महाराष्ट्र ...भारत की राष्ट्रभाषा हिन्दी है, तो क्या महाराष्ट्र राष्ट्र से बाहर है? इन सवालों के सही जवाब भारत के पांचवीं पास ही नहीं, फेल बच्चे को भी मालूम होगा। तो क्या मराठी बनाम हिन्दी के सूत्रधार व महासूत्रधार को इसके जवाब नहीं मालूम?रंजन राजनhttps://www.blogger.com/profile/03646063513055002728noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7799486483298894700.post-26448901673894217782008-09-11T13:12:00.000+07:002008-09-11T13:12:00.000+07:00एक सवाल हमेशा जहन में उठता है कि आखिर हिन्दी से ह...एक सवाल हमेशा जहन में उठता है कि आखिर हिन्दी से ही बेर क्यों? हिन्दी का विरोध करने वाले अंग्रेजी को बड़े गर्व से गले लगाते हैं.राज साहब सामान्य व्यवहार में अंग्रेजी के प्रयोग का विरोध क्यों नहीं करते? दरअसल उनकी सोच बहुत संकीर्ण है, जो महाराष्ट और 'मराठी मानुष' के दायरे से बाहर देख ही नहीं पाती. और शायद हिन्दुस्तानी होने या राष्टीयता की भावना से उनका कोई सरोकार नहीं है. उन्हें तो बस टुच्ची राजनीति से मतलब है.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7799486483298894700.post-66643175141837206222008-09-11T12:00:00.000+07:002008-09-11T12:00:00.000+07:00I went through ur article("hum hindustan wale hain...I went through ur article("hum hindustan wale hain, hindi mein bolenge"). The message behind the article is quite impressive (swadeshi touch). The content you have collected for bal thakre is also remarkable. But the best line as per my opinion is "Jaya Bachan don't have to say like .......".Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7799486483298894700.post-77792202192092792642008-09-10T23:34:00.000+07:002008-09-10T23:34:00.000+07:00सर नमस्कार आपका लेख पडा बहुत आछा लगा आपका विचार जा...सर नमस्कार <BR/>आपका लेख पडा बहुत आछा लगा आपका विचार जानकर बहुत प्रभावित हुऐ और रही बात राज ठाकरे की तो यही बात है की जो गरजती है वह बरसते नही राज को सायद मालूम नही की महारास्त्र की अर्थ व्यवस्था का आधार उपी और बिहार के लोगे ही है साथ ही मै बता देना कहता हु की हम दरिया है हमे आपना हुनर मालूम है हम जिधेर जाते है उधर रास्ते बनते है जिसे हम त्याग देते है उसका कोई महत्व नही रहता है आपने कहा की यह सारी बाते राजनीतिक है तो यह सव प्रतिसत ठीक कहा आपने <BR/>आपका सांतनु मिश्राAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/17148833508271270143noreply@blogger.com